SBI Inoperative Account Activate कैसे करें?

भारतीय स्टेट बैंक एक भारतीय बहुराष्ट्रीय सार्वजनिक क्षेत्र बैंक है जिसकी भारत में कुल 22405 शाखाएं हैं। भारतीय स्टेट बैंक को भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र बैंक भी कहा जाता है। इस बैंक के ग्राहकों की संख्या भी काफी बड़ी है। भारतीय स्टेट बैंक का ग्राहक इस बैंक में अपने सुविधा अनुसार कई प्रकार के अकाउंट खोल सकता है।

कई बार ऐसा होता है कि बैंक के ग्राहक को यह पता चलता है कि उसका बैंक अकाउंट Inoperative हो गया है। जब ग्राहक का बैंक अकाउंट Inoperative हो जाता है तो ग्राहक अपने बैंक अकाउंट से किसी भी प्रकार से पैसे की निकासी नहीं कर सकता है फिर चाहे वह एटीएम से हो या यूपीआई से। एक तरह से ग्राहक का बैंक अकाउंट जप्त हो जाता है जिसमें अब किसी भी प्रकार का ट्रांजैक्शन संभव नहीं रहता।

Account Inoperative क्यों होता है

भारतीय स्टेट बैंक के ग्राहक का अकाउंट सबसे पहले inactive होता है। अकाउंट inactive होने के प्रमुख कारण निम्नलिखित है-

  • जब ग्राहक 1 साल तक अपने बैंक अकाउंट से किसी भी तरीके का ट्रांजैक्शन ना करें तो बैंक अकाउंट inactive हो जाता है।
  • यदि ग्राहक ने Current अकाउंट की बजाय सेविंग्स अकाउंट से हद से ज्यादा ट्रांजैक्शंस कर लिए तो लिमिट से ज्यादा ट्रांजैक्शंस पर भी अकाउंट inactive हो जाता है।
  • यदि बैंक को यह संदेह हो कि ग्राहक का अकाउंट हाई रिस्क पर है तो भी उसका अकाउंट inactive हो जाता है।

इनमें से प्रमुख कारण एक साल तक कोई भी ट्रांजैक्शन ना होने पर बैंक अकाउंट inactive हो जाना ही होता है। ‌ Inactive होने पर बैंक ग्राहक को पोस्ट, एसएमएस अथवा ईमेल द्वारा सूचित भी करता है ताकि ग्राहक इस पर ध्यान दे सके। सूचित किए जाने पर भी जब ग्राहक द्वारा कोई जवाब नहीं मिलता तो अगले 1 साल के बाद ग्राहक का अकाउंट inoperative कर दिया जाता है।

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SBI में Inoperative Account को Activate करने का तरीका

जब भारतीय स्टेट बैंक के ग्राहक को या पता चल जाए कि उसका बैंक अकाउंट inoperative हो गया है तो यह जान लेना चाहिए कि आप वह अपने बैंक अकाउंट से किसी भी प्रकार का ट्रांजैक्शन नहीं कर सकता चाहे वह एटीएम से हो यूपीआई से हो या अन्य किसी प्रकार की निकासी या डिपॉजिट हो। अब ग्राहक यह जानना चाहेगा कि उसका बैंक अकाउंट फिर से active कैसे हो सकता है। इसके लिए भारतीय स्टेट बैंक के ग्राहक को निम्नलिखित बिंदुओं का अनुसरण करना होगा-

  • सबसे पहले भारतीय स्टेट बैंक का ग्राहक अपने बैंक के मैनेजर को एक आवेदन पत्र लिखे जिसमें ग्राहक के अकाउंट को Active करने हेतु प्रस्ताव और साथ ही बैंक अकाउंट Inoperative होने का कारण भी लिखना होगा।
  • आप ग्राहक को बैंक से एक KYC फॉर्म लेना होगा जिससे ग्राहक ऑनलाइन भी डाउनलोड करके प्रिंट कर सकता है।
  • आवेदन पत्र KYC फॉर्म और साथ ही ग्राहक के आधार कार्ड तथा पैन कार्ड की फोटो कॉपी को बैंक में जमा करना होगा।

आमतौर पर यदि ग्राहक स्वयं बैंक में मौजूद रहकर सारी प्रक्रिया को पूरी करे तो KYC अपडेट होने में ज्यादा समय नहीं लगता। KYC अपडेट होते ही ग्राहक को बैंक द्वारा सूचित कर दिया जाएगा। इसके बाद ग्राहक को बैंक अकाउंट से कुछ पैसे निकालने पड़ेंगे। ग्राहक चाहे तो अपने इच्छा अनुसार कितनी भी राशि की निकासी कर सकता है। पैसों की निकासी होने के लगभग 24 घंटे के भीतर ही ग्राहक का बैंक अकाउंट फिर से active हो जाएगा। बैंक अकाउंट active होने की सूचना ग्राहक को एसएमएस अथवा ईमेल द्वारा दे दी जाएगी। अब ग्राहक पुनः अपने बैंक अकाउंट से सारे ट्रांजैक्शंस बड़ी आसानी से और सुविधाजनक ढंग से कर सकता है।

निष्कर्ष

भारतीय स्टेट बैंक का ग्राहक यदि 1 वर्ष तक अपने बैंक अकाउंट से किसी भी तरह का ट्रांजैक्शन नहीं करता है तो उसका बैंक अकाउंट inactive हो जाएगा। Inactive होने के बाद भी यदि ग्राहक द्वारा कोई प्रतिक्रिया ना मिले तो बैंक अगले 1 वर्ष के बाद ग्राहक के अकाउंट को inoperative कर देता है जिसके कारण ग्राहक अपने बैंक अकाउंट से किसी भी प्रकार का ट्रांजैक्शन करने में असमर्थ हो जाता है।

यदि ग्राहक अपने बैंक अकाउंट को फिर से active करना चाहता है तो इसके लिए ग्राहक को अपने बैंक मैनेजर को एक आवेदन पत्र लिखना होगा और साथ ही KYC फॉर्म के साथ आधार कार्ड तथा पैन कार्ड की फोटो कॉपी बैंक में जमा करनी होगी। ऐसा करने के बाद बैंक ग्राहक का KYC अपडेट कर देगा। इसके बाद ग्राहक को अपने बैंक अकाउंट से कुछ रूपयों की निकासी करनी होगी। पैसों की निकासी करने के 24 घंटे के अंदर ग्राहक का बैंक अकाउंट फिर से active हो जाएगा।

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