एचडीएफसी भारत के तेजी से बढ़ते हुए प्राइवेट बैंकों में से एक है। वर्ष 1994 में एचडीएफसी ही मात्र सबसे पहला बैंक है जिसे एक प्राइवेट सेक्टर बैंक सेट अप करने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से अप्रूवल(approval) मिला था।
अभी के समय की बात करें तो इस बैंक के कुल मिलाकर 5653 ब्रांचेस हैं। वहीं एचडीएफसी ने अपनी 16,291 एटीएम सर्विसेस 2,917 शहरों और छोटे टाउंस तक पहुंचाई है।
एचडीएफसी अपने ग्राहकों को लोन, ट्रांजैक्शन, पर्सनल लोन, डिमांड ड्राफ्ट, खाता खुलवाना आदि जैसी सुविधाओं के साथ-साथ आसान डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के द्वारा डिजिटली (digitally) सर्विसेज भी प्रदान करता है। यह बैंक ग्राहकों को फोन बैंकिंग, नेट बैंकिंग फॉर मोबाइल बैंकिंग जैसे जैसी डिजिटल सर्विसेज उपलब्ध करवाता है। यह अपने ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स और बैंकिंग सर्विसेज का लाभ देता है।
यह छोटे से लेकर बड़े सभी बिजनेसेस और संगठनों को ट्रांजैक्शनल और कमर्शियल बैंकिंग जैसी सुविधाएं भी देता है। जैसे कि ट्रेड सर्विसेज, कैपिटल फाइनेंस, कैश मैनेजमेंट इत्यादि। यह फॉरेन एक्सचेंज, लोन से जुड़ी प्रतिभूतियां, लोकल करंसी मनी आदि जैसे फाइनेंसियल प्रोडक्ट्स की सुविधा प्रदान कर छोटे से बड़े सभी बिजनेसेस की सहायता करता है। ये था बैंक और इसके सर्विसेज के बारे में, अब हम आपको एचडीएफसी की फुल फॉर्म की जानकारी देने जा रहे हैं।
एचडीएफसी की फुल फॉर्म
एचडीएफसी की फुल फॉर्म है हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंशियल कॉरपोरेशन। इसे अंग्रेजी में HDFC कहते हैं यानी Housing Development Financial Corporation.
एचडीएफसी को प्राप्त अवॉर्ड्स
भारत के बैंकों में से सबसे उत्कृष्ट कंपनी के लिए अवार्ड और ‘यूरोमनी अवॉर्ड्स(2019)’ भारत के बेस्ट बैंक के लिए।
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